संस्थान संगम पत्रिका के तत्वावधान में डॉ. कविता सिंह प्रभा की पुस्तकें "दिशाएं जिंदगी की" और "सुनी है आहट" का हुआ लोकार्पण 

संस्थान संगम पत्रिका के तत्वावधान में
डॉ. कविता सिंह प्रभा की पुस्तकें "दिशाएं जिंदगी की" और "सुनी है आहट" का हुआ लोकार्पण 
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आगरा। वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद डॉ. सुषमा सिंह ने कहा है कि साहित्य सृजन और उसका प्रकाशन समय की आवश्यकता है। जो भी नवोदित रचनाकार हैं वे अपनी रचनाओं के संग्रह को पुस्तक का स्वरूप दें, तो वह उन्हें अमरत्व प्रदान कर सकती हैं।
      डॉ. सुषमा सिंह ने यह विचार संस्थान संगम मासिक पत्रिका के तत्वावधान में आयोजित कवयित्री डॉ. कविता सिंह प्रभा की पुस्तकों "दिशाएं जिंदगी की" और "सुनी है आहट" के लोकार्पण कार्यक्रम में व्यक्त किए। 
      कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. मधु भारद्वाज ने पुस्तकों को साहित्यिक इतिहास की संज्ञा दी और कहा कि हम आज गद्य या पद्य में जो भी लिख रहे हैं, वह आने वाली पीढ़ी के लिए धरोहर है। अतः हमारा लेखन उत्कृष्ट श्रेणी का और समाज व देश को दिशा प्रदान करने वाला होना चाहिए।
कार्यक्रम का शुभारंभ परमानंद शर्मा की सरस्वती वंदना से हुआ। अशोक अश्रु विद्यासागर ने "दिशाएं जिंदगी की" तथा संजय गुप्त ने "सुनी है आहट" समीक्षा प्रस्तुत की।
"दिशाएं जिंदगी की" पुस्तक की संपादक डॉ. कविता सिंह प्रभा ने बताया कि सांझा काव्य संकलन में देश विदेश के विख्यात रचनाकारों की सामयिक और प्रतिनिधि रचनाओं को प्रकाशित किया गया है। अहिंदीभाषी क्षेत्र में हिंदी की सेवा के लिए ऐसे ही नए संकलन पर कार्य चल रहा है। 
       कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. राज कुमार रंजन, विशिष्ट अतिथि श्रुति सिन्हा और रजिया बेगम जिया (धौलपुर) रहे। डॉ. शशि गोयल ने अतिथियों का स्वागत किया । संचालन सुशील सरित ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन किया राज कुमारी चौहान ने ।
        इस अवसर पर काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसमें सर्वश्री सुरेंद्र वर्मा सजग, रमा वर्मा श्याम, प्रेम सिंह राजावत प्रेम,  यशोधरा यादव यशो, गाफिल स्वामी, शरद गुप्ता, विनय बंसल, संजय शर्मा, डॉ. रमेश आनंद, दुर्ग विजय सिंह दीप, डॉ.रेखा कक्कड़, डॉ.सुनीता चौहान, चंद्र शेखर शर्मा, माया अशोक, पूनम वार्ष्णेय, सुधा वर्मा, महेश गोपाली, प्रणव कुलश्रेष्ठ, डॉ.रेखा गौतम , मीना गुप्ता, अवधेश कुमार मंझवार, विजया तिवारी, इंदल सिंह इंदु, रचना मिश्र, प्रेम लता मिश्रा, अनिल अरोरा संघर्ष, मुकेश कुमार ऋषि कुमार, राहुल सार्थ, ज्योत्सना सिंह, आशुतोष शर्मा , योगेश शर्मा योगी, रजनी सिंह, डॉ.असीम आनंद, आदि ने अपनी रचनाओं का काव्य पाठ किया । 

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