
लखनऊ 25 जुलाई। गुरू पूर्णिमा पर्व के उपलक्ष्य में प्रार्थना सभा का आयोजन पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के प्रधान कार्यालय, रायबरेली रोड पर बड़े ही श्रद्धापूर्ण तथा भक्तिपूर्ण वातावरण में किया गया। इस अवसर पर सभी ने मातु अहिल्या बाई होल्कर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके तथा श्रद्धा भाव से चरण स्पर्श करके अपना सम्मान प्रकट किया। साथ ही सभी ने मातुश्री के लोक कल्याण एवं वसुधैव कुटुम्बकम् के विचारों को जन-जन में पहुंचाने का संकल्प लिया।
इस प्रार्थना सभा में मुख्य अतिथि के रूप में नारी शक्ति सुश्री संगीता पाल, मंडल अध्यक्ष, भारतीय जनता पार्टी, लखनऊ ने बोलते हुए कहा कि वह भारत की ऐसी प्रथम नारी शासिका थी जिन्होंने अपनी प्रजा को अपनी संतानों की तरह लोकमाता के रूप में संरक्षण दिया। साथ ही अत्यन्त ही लोक कल्याणकारी कानून बनाये जिसमें सभी का हित सुरक्षित था। उन्होंने एक महारानी होते हुए भी एक सादगीपूर्ण, शुद्ध, दयालु तथा ईष्वरीय प्रकाष से प्रकाषित हृदय जीवन पर्यन्त धारण किये रहने की मिसाल प्रस्तुत की।
वरिष्ठ समाजसेवी श्री प्रदीपजी पाल ने कहा कि संत कबीर के इस दोहे के माध्यम से हम अपने जगत गुरूओं के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं - गुरू गोविंद दोऊ खड़े, काके लागू पाय। बलिहारी गुरू आपनो, जिन गोविंद दियो बताय।। इस दोहे से तात्पर्य है कि गुरू और भगवान दोनों ही मेरे सम्मुख खड़े है, परन्तु गुरू ने ईश्वर को जानने का मार्ग दिखा दिया है। गुरू के रूप में मातुश्री का लोक कल्याण से भरा त्यागमय जीवन मानव जाति के लिए अनुकरणीय है। वह सम्पूर्ण समाज के लिए देवी स्वरूपा है। लोक कल्याण की भावना से भरे रोजाना हमारे प्रत्येक कार्य ही ईश्वर की प्रार्थना बने यही सीख मातुश्री ने हमें दी है।
वरिष्ठ समाजसेवी श्री अमृत लाल पाल ने कहा कि चारों वेदों का एक लाइन में सार है - उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।। उदार चरित्र वाले लोगों के लिए यह सम्पूर्ण धरती ही परिवार है। भारतीय संविधान में निहित वसुधैव कुटुम्बकम् के विचार को सारे संसार में फैलाना है। गुरू स्वरूपा मातुश्री के प्रति यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
समाजसेवी श्री श्रीराम पाल ने कहा कि लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर युद्ध के पक्ष में कभी भी नहीं रही, वरन् वे कानून आधारित न्यायपूर्ण राज संचालन पर विष्वास करती थी। आज भी महारानी के सम्बोधन की बजाय वह देष में लोकमाता या देवी के रूप में सबके हृदय में श्रद्धापूर्वक वास करती हैं।
युवा समाजसेवी श्री सुमित पाल ने कहा कि ‘ग्लोबल विलेज’ के रूप में विकसित 21वीं सदी के विश्व समाज में भी मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर के लोक कल्याणी विचार आज भी पूरी तरह सारगर्भित तथा युगानुकूल हैं।
इस अवसर पर युवा विश्व पाल ने बताया कि मातुश्री के लोक कल्याण के विचारों को जन-जन में पहुंचाने में पाल वल्र्ड टाइम्स न्यूज तथा वैवाहिक वेबसाइट ने अल्प समय में समाज में अपना सम्मानजनक स्थान बना लिया है। स्वतंत्र पत्रकारिता के माध्यम से समाज को जोड़ने के इस अभिनव अभियान को आर्थिक सहायता देने के लिए आप इसके सम्मानीय सदस्य, सम्मानीय संरक्षक तथा अपने संस्थान के विज्ञापन देकर इससे जुड़ सकते हैं।
प्रार्थना सभा का समापन पर श्रीमती उमाजी पाल ने सभी मेरठ से प्रकाशित ‘हरि कमल दर्पण’ साप्ताहिक समाचार पत्र की प्रतियां भेंट करते हुए उसके सदस्य बनने के लिए पे्ररित किया। उन्होंने समाज से मिल रहे विश्वास तथा सहयोग के लिए सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद प्रकट किया।
palworldtimes.com
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