
नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को झटका दिया है। कथित सांप्रदायिक मकसद वाले बयानों के लिए उन पर 13 अप्रैल रात 8 बजे तक 24 घंटे की अवधि के लिए प्रचार करने पर रोक लगाई है। आयोग द्वारा 24 घंटे के लिए प्रचार से प्रतिबंधित किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि असंवैधानिक फैसले के विरोध में धरना दूंगी।
निर्वाचन आयोग के आदेश के अनुसार, ''आयोग पूरे राज्य में कानून व्यवस्था की गंभीर समस्याएं पैदा कर सकने वाले ऐसे बयानों की निंदा करता है और ममता बनर्जी को सख्त चेतावनी देते हुए सलाह देता है कि आदर्श आचार संहिता प्रभावी होने के दौरान सार्वजनिक अभिव्यक्तियों के दौरान ऐसे बयानों का उपयोग करने से बचें।''
आदेश में कहा गया, ''आयोग 12 अप्रैल रात 8 बजे से 13 अप्रैल रात 8 बजे तक 24 घंटे की अवधि के लिए ममता बनर्जी के प्रचार करने पर प्रतिबंध भी लगाता है।'' पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की शुरुआत 27 मार्च को पहले चरण के मतदान के साथ हुई थी। राज्य में आठ चरणों में मतदान की प्रक्रिया पूरी होगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि वह सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को बांटने के किसी भी प्रयास के खिलाफ आवाज उठाती रहेंगी और चुनाव आयोग चाहे तो उन्हें दस कारण बताओ नोटिस भेज दे, लेकिन इनसे वह अपना रुख नहीं बदलेंगी।
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