बचपन प्ले स्कूल के माध्यम से नन्हें-नन्हें बच्चों का वैज्ञानिक, कलात्मक तथा मानवीय दृष्टिकोण विकसित करने की अनूठी पहल

बचपन प्ले स्कूल के माध्यम से नन्हें-नन्हें बच्चों का वैज्ञानिक, कलात्मक तथा मानवीय
दृष्टिकोण विकसित करने की अनूठी पहल
लखनऊ। बचपन प्ले स्कूल, 4/7, विराट खण्ड, गोमती नगर में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। शैक्षिक चिन्तक प्रदीप जी तथा समाजसेवी जगजीवन पाल ने इस बचपन प्ले स्कूल का निरीक्षण किया। स्कूल के संस्थापक श्री राम हर्ष पाल, पूर्व एयर फोर्स अधिकारी तथा श्रीमती उर्मिला देवी ने आप दोनों का सहर्ष स्वागत किया। इन दिनों कोरोना महामारी के कारण स्कूल बन्द चल रहा है। इसके बावजूद स्कूल के प्रत्येक कक्ष को बड़े ही सजे-धजे, व्यवस्थित तथा साफ-सुथरे ढंग से रखा जा रहा है। यह प्ले स्कूल गोमती नगर जैसे विकसित क्षेत्र के अभिभावकों के लिए अपने बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए पहली पसंद बन गया है। यह नन्हें-नन्हें बच्चों का वैज्ञानिक, कलात्मक तथा मानवीय दृष्टिकोण विकसित करने की अनूठी पहल है। 
    प्रदीप जी ने इस अवसर पर कहा कि बच्चों का विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करना इस 21वींे सदी की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बच्चों का विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करने की सबसे श्रेष्ठ अवस्था बचपन है। जगजीवन पाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति के वसुधैव कुटुम्बकम् के विचारों को विश्व के प्रत्येक बालक में छोटी आयु से रोपना चाहिए।  
    श्री राम हर्ष पाल ने बचपन प्ले स्कूल के उद्देश्यों के बारे में बताया कि प्रतिस्पर्धात्मक दुनिया में नई चीजें सीखने और सीखने के लिए बच्चों के खेलने के लिए, बच्चों में खुशी और उत्साह की भावना पैदा करता है। सबसे प्रसिद्ध नर्सरी स्कूलों में से एक होने के नाते, बचपन के पास वह सब है जो एक बढ़ते हुए बच्चे को अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के लिए चाहिए!
    श्री राम हर्ष पाल ने बताया कि बचपन प्ले स्कूल 2 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए एक पूर्ण प्रीस्कूलिंग कोर्स है। यह टाडलर प्लेग्रुप, नर्सरी, लोअर किंडरगार्टन के साथ ही अपर किंडरगार्टन में बच्चों को पूरा करता है। प्रत्येक स्तर में बच्चों की समझ के अनुसार विषय भिन्न होते हैं और प्लेग्रुप क्षेत्र में बच्चों के कौशल को विकसित करने के लिए कार्यक्रम आधारित मनोमोहक, आधुनिक तथा आकर्षक गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं।
    श्री राम हर्ष पाल ने आगे बताया कि बचपन प्ले स्कूल में छोटे बच्चों के लिए प्री-स्कूलिंग के लिए एक विशेष प्लेग्रुप है, जिसमें नए लोगों से मिलने, दोस्त बनाने, साथ ही साथ बुनियादी ढंग से काम करने की आदत विकसित की जाती है। प्लेग्रुप उम्र में एक बच्चे की बुनियादी विकासात्मक जरूरतें हैं जिन्हें हम पूरा करते हैं।
विश्व पाल
मीडिया प्रभारी   

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