
हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद बंगाल में अपनी पार्टी के विस्तार का मंसूबा पाल रहे आल इंडिया मजलिस- ए- इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को जोर का झटका लगा है। सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले एआइएमआइएम की बंगाल इकाई में सेंध लगाते हुए उसके कई नेताओं को तोड़कर सोमवार को अपने पाले में कर लिया। एआइएमआइएम की राज्य इकाई के प्रमुख नेता अनवर पाशा यह दावा करते हुए अपने एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए कि उनकी मूल पार्टी वोटो का ध्रुवीकरण कर बस भाजपा को मदद पहुंचाने का काम कर रही है। पाशा ने कहा कि बंगाल की 30 फीसद जनसंख्या मुसलमान है और बिहार में जो भी राजनीतिक घटनाक्रम हुआ, उसे इस राज्य में नहीं दोहराया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के मुसलमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हैं और वही (ममता) एकमात्र सेक्युलर नेता हैं, जो भाजपा से मुकाबला कर सकती हैं। राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु और मलय घटक ने पाशा व उनके साथ आए अन्य नेताओं का तृणमूल कांग्रेस में स्वागत किया। एआइएमआइएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को कहा था कि उनकी पार्टी बंगाल में चुनाव लड़ने के विषय पर वहां के अपने नेताओं के साथ चर्चा करेगी।
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