
पारिवारिक एकता इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है! - प्रदीपजी पाल
लखनऊ 9 मार्च। श्री मनोज मौर्य, प्रबन्ध सम्पादक, राष्ट्र की बात साप्ताहिक समाचार पत्र तथा यूट्यूब चैनल के आवास पर होली मिलन के उद्देश्य से वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती उमाजी पाल, शैक्षिक चिन्तक प्रदीप जी ‘पाल’ तथा प्रिय जय जगत का आज जाना हुआ।
इस अवसर पर श्री मनोज मौर्य की माताजी श्रीमती शान्ति देवी, पिताजी श्री जगत नारायण मौर्य, पत्नि श्रीमती शशि मौर्य, बहिन मुस्कान मौर्य, बेटी खुशी मौर्य तथा बेटा तनिष्क मौर्य से अत्यन्त ही उल्लासपूर्ण वातावरण में मिलना हुआ। साथ ही आपको पारिवारिक एकता का पम्पलेट सादर भेंट किया गया।
श्री प्रदीपजी पाल ने इस अवसर पर बताया कि पारिवारिक एकता इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है। उद्देश्यपूर्ण तथा विश्व एकता की शिक्षा द्वारा ही समाज को बदला जा सकता है। समाज को व्यवस्थित देखना है तो कानून का पालन होना चाहिए। बालक में परिवार, समाज तथा विश्व के प्रति संवेदनशीलता विकसित की जानी चाहिए। प्रत्येक बालक को बाल्यावस्था से ही भौतिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक तीनों तरह की संतुलन शिक्षा मिलनी चाहिए। ताकि उसका संतुलित व्यक्तित्व निर्मित हो सके।
श्री मनोज मौर्य ने कहा कि पारिवारिक एकता के पम्पलेट के क्र.सं. 7 में लिखा है कि अपने घर में शांति बनाए रखें। आपकी माताजी का नाम भी शांति है। माताजी की कारण घर में हमेशा शांति रहती है। माताजी ने अपने क्षेत्र में परिवारिक एकता के विचार को घर-घर तक पहुंचाने की बात कही।
श्री मनोज मौर्य ने इस अवसर पर दिये गये पारिवारिक एकता के संदेश को राष्ट्र की बात यूट्यूब चैनल द्वारा देशवासियों के लिए शेयर किया।
भवदीय
विश्व पाल, मीडिया प्रभारी
वाट्सअप 9839423719
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