शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसके उपयोग से विश्व को बदला जा सकता है - प्रदीप जी 


लखनऊ जुलाई। महारानी अहिल्या बाई होल्कर विद्यालय का विशाल खण्ड-4, गोमती नगर में सफलतापूर्वक संचालन प्रबन्धक श्री महेश पाल तथा प्रधानाचार्य श्री सुरेश पाल द्वारा किया जा रहा है। शैक्षिक चिन्तक प्रदीप जी तथा समाजसेवी श्री जगजीवन पाल ने आप दोनों से उनके विद्यालय तथा आवास पर जाकर शिष्टाचार के नाते मुलाकात की। 
    स्कूल के प्रबन्धक तथा प्रधानाचार्य ने आप दोनों का सहर्ष स्वागत किया। इन दिनों कोरोना महामारी के कारण स्कूल बन्द चल रहा है। इसके बावजूद बच्चों को आॅन लाइन के माध्यम से रोजाना उनके कोर्स को पूरा कराने का भरसक प्रयास टीचर्स अपने घरों से पूरे मनोयोग से कर रहे हैं। प्रबन्धक श्री महेश पाल ने बताया कि बच्चों की शिक्षा के माध्यम से लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर के आध्यात्मिक तथा सामाजिक विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस विद्यालय की स्थापना की गयी है।  
    प्रदीप जी ने वार्तालाप के दौरान कहा कि शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है जिसके उपयोग से विश्व को बदला जा सकता है। बच्चों का विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करना इस 21वींे सदी की सबसे बड़ी आवश्यकता है। बच्चों का विश्वव्यापी दृष्टिकोण विकसित करने की सबसे श्रेष्ठ अवस्था बचपन है। श्री जगजीवन पाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति की मूल शिक्षा वसुधैव कुटुम्बकम् - जय जगत के विचारों को विश्व के प्रत्येक बालक में छोटी आयु से रोपना चाहिए।
    विद्यालय के संस्थापक श्री चेतराम पाल जी ने सभी के प्रति अपना हार्दिक आभार प्रगट किया।   
    
विश्व पाल
मीडिया प्रभारी

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