मणिपुर यौन हिंसा के विरोध में महिला सम्मेलन...15 सितम्बर को, भूमि सुधार के तहत भूमिहीनों में भूमि आवंटन के लिये प्रदर्शन 15 सितम्बर को

प्रयागराज। देश में हो रहे दलित-आदिवासी अत्याचारों और भेदभाव के खिलाफ और अभी मणिपुर में हुये यौन हिंसा के विरोध में जिलेभर से महिला, दलित, आदिवासी एवं अन्य समुदाय के लोग 15 सितम्बर को सिविल लाइन स्थित धरना-प्रदर्शन स्थल पर अपनी एकजुटता दिखाते हुए भेदभाव छुआछूत मुक्त भारत के निर्माण के साथ भूमि सुधार कानून के अंतर्गत भूमिहीनों में भूमि आवंटन के लिये धरना प्रदर्शन करेंगे। देश भेदभाव छुआछूत मुक्त हों, समाज में न्याय, समता, बंधुता व स्वतंत्रता के मूल्यों का वातावरण बने इसके लिए दो सूत्रीय घोषणा पत्र महामहिम राष्ट्रपति, भारत के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपेंगे तथा प्रदर्शन में आये हुये सभी लोगो से एक शपथ भी दिलाया जाएगी। देश में जातिवादी सोच मिटाकर समतामूलक समाज का निर्माण करने के लिये सर्वप्रथम भूमि का राष्ट्रीयकरण का काम करने की मांग की जाएगी।
दलितों आदिवासियों के साथ हो रहे भेदभाव छुआछूत और यौन हिंसा की इस साझी लड़ाई को पूर्वांचल दलित अधिकार मंच (पदम) की अगुवाई में पूरे जिलेभर में 15 अगस्त से लेकर 14 सितम्बर तक महिलाओं के नेतृत्व में यमुनापार, गंगापार और शहर पश्चिम के गांवों में एक अभियान के तहत प्रत्येक गांवों में बैठके की जा रही है। इस मासिक अभियान का समापन आगामी 15 सितम्बर को सिविल लाइन स्थित धरना प्रदर्शन स्थल पर धरना प्रदर्शन व एकदिवसीय महिला सम्मेलन आयोजित कर महिलाएं अपनी एकजुटता दिखाते हुये समापन किया जाएगा। इस प्रदर्शन में जिलेभर से करीब हजारों लोगों की शामिल होने की संभावना है।
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