
आज 19 फरवरी 2023 रविवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर एक भब्य समारोह बल्लभ कालोनी बलरामपुर स्थित बल्लभ भवन सभागार में संरक्षक श्री विन्ध्येश्वरी प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें जनपद बलरामपुर के विभिन्न अंचलों से आए हुए विभिन्न वर्गों के महानुभावों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ज्ञान जी - सर्व सेवा प्रमुख ने लोकतंत्र में बेस्ट सर्वाइवल के लिए सभी उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन ब्यायाम -योगासन, मेडिटेशन के साथ ही धैर्य व सहनशीलता का अद्वितीय गुण प्राप्त करने के लिए गुरुकुल के विद्यार्थियों के ब्यक्तित्व के पूर्ण विकास हेतु गुरू की आज्ञा के पालन में हर घर से भिक्षा मांगना अनिवार्य था, उसी तरह अपने स्वयं के ब्यक्तित्व के निर्माण व समाज - राष्ट्र निर्माण हेतु तथा मानवता-इसानियत के धर्म की रक्षार्थ अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी जुटाने हेतु विनम्रता के साथ लोगों को आमंत्रित करना भी एक तरह का भिक्षा मांगना ही तो है, ठीक उसी तरह दैनिक जीवन में, जो ब्यक्ति अपने विभिन्न कार्यों को अंजाम देने में विनम्रता रूपी भिक्षा वृत्ति के साथ धैर्य एवं सहनशीलता बनाये रखता है तो वह सभी बाधाओं को परास्त करते हुए अपने लक्ष्य की ऊंचाईयों को प्राप्त करने में सफल हो जाता है। मानवीय जीवन का दूसरी सबसे कीमती शिक्षा अमृत रूपी शेरनी का दूध है,जो बच्चा जितना ज्यादा पियेगा और उसका गार्जियन जितना ज्यादा पिलायेगा, उतना ही ज्यादा शेरनी की तरह उछलेगा और दहाडेगा। बच्चों में और क्वालिटी डेवलपमेंट के लिए हर साल उन्हें पुरस्कृत करने, पूर्ण कालिक कार्यकर्ता तैयार करने व पिछले वर्ष की तरह प्रशिक्षण वर्ग में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को भेजने, अंधविश्वास -पाखण्ड से दूर रहने, इस तरह के कार्यक्रमों में समय से पहुंचने, आपात अन्याय भरी घटनाओं के दौरान 24 घंटे सहयोग करने का विश्वास दिलाते हुए आधी आबादी की हकदार महिला बहनों की भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु दाहिना हाथ बढ़वा कर संकल्प दिलाया गया। छत्रपति शिवाजी महाराज की तरह समाज के अंतिम ब्यक्ति की भी चिंता करने के प्रति भी सभी का ध्यान आकर्षित किया गया। परंपरागत गुप्त दान परंपरा का निर्वहन करते हुए अंत में कार्यक्रम के संचालक अमरेन्द्र चौधरी जी ने उपरोक्त उद्देश्यों को साकार करने के लिए ध्वज के समक्ष दाहिना हाथ बढ़वा कर सामूहिक रूप से संकल्प दिलाया ।
उपरोक्त कार्यक्रम के दौरान सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ चुनाव में अध्यक्ष पद पर ऐतिहासिक विजय श्री प्राप्त करने वाले डा.विमल प्रकाश वर्मा जी को सम्मानित किया गया।डा.विमल प्रकाश जी ने अपनी विजय पर प्रकाश डालते हुए प्रेरक वक्तब्य से सभी को लाभान्वित किया। पूर्व प्रधानाचार्य शारदा प्रसाद चौधरी ने भी सामाजिक उत्थान हेतु किये जा रहे सेवा प्रकल्पों पर प्रकाश डाला।तत्पश्चात तहरीक भोज का आनंद लेने के बाद सभी लोग अपने अपने गंतव्य स्थानों को प्रस्थान कर गए।
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