देवांश धनगर को इंटरनेशनल अवार्ड सेरेमनी में  बेस्ट टेलेन्ट कोडिंग एण्ड एजुकेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया 


आगरा 22 जुलाई। एसडीजी क्लब इंडिया इंटरनेशनल द्वारा इंदौर में हाल ही में आॅन लाइन आयोजित इंटरनेशनल अवार्ड सेरेमनी, ग्लोबल समिट कान्फ्रेंस में देवांश धनगर को बेस्ट टेलेन्ट कोडिंग एण्ड एजुकेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। 
    इस आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार द्वारा सम्मानित पद्मश्री रामकृष्ण वी हाऊसर, पद्मश्री गुलाबो सपेरा, पद्मश्री हिम्मतराम भांबू शामिल हुए। इसके अलावा देश-विदेश से अनेक विख्यात हस्तियों ने आॅन लाइन शामिल होकर सतत विकास लक्ष्य तथा आत्मनिर्भर भारत अभियान पर अपने सारगर्भित विचार रखे। इस अवसर पर कार्यक्रम के अध्यक्ष डा. विजय कुमार सालवीय ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति हेतु सफलतापूर्वक अनेक प्रयास अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किये जा रहे हैं। 
    देवांश बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। इस बालक में विलक्षण तर्क, गणित, कंप्यूटर कोडिंग, प्रोग्रामिंग, पाइथन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा आईओटी जैसे कठिन विषयों का समायोजन अविश्वसनीय है। देवांश 
धनगर पारंपरिक शिक्षा से हटकर अपने पिता द्वारा दीक्षित है। 
    वह कंप्यूटर एवं कोडिंग में अत्यधिक रूचि तथा गहरी समझ रखता है। वह विश्व के मानसपटल पर कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग से अपना अद्भुत नया पथ लिख रहा है। यह नन्हा बालक तीव्र, विलक्षण और मेधावी क्षमताओं युक्त स्वयं में एक सुपर कंप्यूटर है। वह भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी का नया आकाश बनाने का जज्बा तथा जुनून रखता है।
    12 वर्षीय देवांश वर्तमान में 12वीं कक्षा में पढ़ता है। देवांश को उसकी विलक्षण प्रतिभा के बलबुते स्थानीय प्रशासन ने सीधे कक्षा 12 में दाखिले की विशेष अनुमति दी है। वह अभी तक एक भी दिन स्कूल नहीं गया है। वह घर पर ही रहकर निर्धारित पुस्तकों से तैयारी करता हैं। 
    देवांश को महाराष्ट्र के गवर्नर श्री भगत सिंह कोश्यारी ने बाल गौरव सम्मान से मुम्बई के राजभवन में सम्मानित किया था। देवांश ने अपनी प्रतिभा के बलबुते अब तक लगभग 110 से अधिक इंटरनेशनल, नेशनल और क्षेत्रीय स्तर के अवार्ड जीतने का कीर्तिमान स्थापित किया है। हाल ही में देवांश धनगर ने मिनिस्ट्री आॅफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इनफारमेशन टेक्नोलाजी, भारत सरकार से दो सर्टिफिकेट प्राप्त किए हैं जो कि साइबर ऐथिक और साइबर बुलिंग के हैं। 
    देवांश देश के लगभग 400 से ज्यादा बच्चों को आॅनलाइन कोडिंग का प्रशिक्षण दे चुका है। देवांश अपने गांव बरारा स्थित आवास पर हाई स्कूल के बच्चों को निःशुल्क साइंस व गणित की टयूूशन देने के साथ ही बच्चों को कोडिंग भी सिखाता है। 

प्रदीप जी पाल 
वरिष्ठ पत्रकार
वाट्सअप 9839423719

पाल वर्ल्ड टाइम्स की खबरों को शेयर करें और सोशल मीडिया पर भी फॉलो करना न भूलें।