
लखनऊ, 25 सितम्बर। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, महानगर कैम्पस द्वारा आॅनलाइन आयोजित पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान एवं कम्प्यूटर प्रतियोगिता ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2020’ का आज भव्य समापन हुआ। पाँच दिनों तक चले इस अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान एवं कम्प्यूटर में नेपाल व देश के विभिन्न प्रान्तों के प्रतिष्ठित विद्यालयों की लगभग 40 छात्र टीमों ने साइन्स क्विज, साइन्स ओलम्पियाड, जिंगल्स, डिबेट एवं भाषण प्रतियोगिताओं में अपनी बहुमुखी प्रतिभा का जोरदार प्रदर्शन किया एवं विज्ञान व कम्प्यूटर के इस दौर में एकता, शान्ति व सौहार्द के महत्व को उजागर किया।
वर्चुअल ‘मैकफेयर इण्टरनेशनल-2020’ के समापन अवसर पर देश-विदेश के प्रतिभागी छात्र टीमों के सम्मान में सी.एम.एस. छात्रों ने आॅनलाइन शिक्षात्मक-साँस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ सर्वधर्म प्रार्थना एवं विश्व एकता प्रार्थना से हुआ। इस अवसर पर मैकफेयर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विजयी छात्रों की घोषणा की गई एवं आॅनलाइन सम्मानित किया गया।
वर्चुअल मैकफेयर इण्टरनेशनल-2020 के पाँचवे व अन्तिम दिन आज एक्सटेम्पोर (भाषण प्रतियोगिता) का आॅनलाइन आयोजन बेहद दिलचस्प अंदाज में हुआ, जिसमें देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने अभिव्यक्ति क्षमता का जोरदार प्रदर्शन किया। प्रतिभागी छात्रों ने आॅन द स्पाट दिये गये विषय पर दो मिनट में बड़े ही सारगर्भित ढंग से अपने विचार व्यक्त किए एवं अपनी बौद्विक क्षमता, कुशलता व मानसिक संतुलन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया। प्रतिभागी छात्रों को विषय वस्तु, अभिव्यक्त क्षमता, गुणवत्तापूर्ण तर्क, उच्चारण क्षमता पर अंक प्रदान किये गये।
इससे पहले, मैकफेयर के अन्तर्गत वाद-विवाद प्रतियोगिता भी बड़े ही आकर्षक व जोरदार ढंग से सम्पन्न हुई, जिसका विषय था ‘डिजाइनर बेबीज - बून आॅर बेन’। प्रतियोगिता के फाइनल राउण्ड में ाप्रतिभागी छात्रों ने विषय के पक्ष व विपक्ष में अपने विचार रखे एवं बेहद सूझबूझ भरे तर्कों, रचनात्मक सोच व अभिव्यक्ति क्षमता से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विषय के पक्ष में बोलते हुए सागर स्कूल, अलवर, राजस्थान की स्टैनजिन लाॅलडेन ने कहा कि जब से मानव जीवन अस्तित्व में आया है, तब से हम मशीने बना रहे हैं। अब समय आ गया है कि हम इंसान बनायें। सी.एम.एस. राजाजीपुरम कैम्पस के पार्थ त्रिपाठी ने कहा कि डिजाइनर बेबी हमारे अस्तित्व को ही कमतर कर देगा तथा मानव विकास में बाधा बनेगा। अमरज्योति सरस्वती इण्टरनेशनल, गुजरात के दानियाल इकबाल ने विषय के पक्ष मे बोलते हुए कहा कि कोई भी तकनीक सौ प्रतिशत दोषमुक्त नहीं होती है, परन्तु इससे प्रक्रिया नहीं रोकी जा सकती। विपक्ष में बोलते हुए सी.एम.एस. चैक कैम्पस के यश साहू ने कहा कि डिजाइनर बेबी स्वाभाविक नहीं होंगे। बच्चे का सही पालन-पोषण तभी संभव है जबकि वह प्यार व ध्यान से पाला जाए। इसी प्रकार, कई अन्य छात्रों ने अपने सारगर्भित विचारों से दर्शको को मंत्रमुग्ध कर दिया।
समापन समारोह में मेधावी छात्रों को आॅनलाइन सम्बोधित करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने प्रतिभागी छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने अन्दर छिपी प्रतिभा को विकसित कर मानव जाति का गौरव बनकर दिखाएं। डा. गाँधी ने कहा कि मैकफेयर आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य विश्व के सभी देशों के बच्चों की प्रतिभाओं को एक मंच पर एकत्रित करना एवं विश्व एकता एवं विश्व शान्ति की अलख को इन बच्चों के माध्यम से आगे बढ़ाना है। वर्चुअल मैकफेयर इण्टरनेशनल-2020 की संयोजिका एवं सी.एम.एस. महानगर कैम्पस की प्रधानाचार्या डा. कल्पना त्रिपाठी ने कहा कि इस महोत्सव में देश-विदेश के छात्रों ने अपने ज्ञान-विज्ञान का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया व विश्व एकता का पाठ पढ़ा। छात्रों में इतनी प्रतिभा दिखाई दी है कि हमें पूर्ण विश्वास है कि यह छात्र एक नये समाज की रचना करेंगे।
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