आगरा के 6 वर्षीय बालक जय देव धनगर ने इंटरनेशनल अवार्ड  अबेकस मेंटल मैथ जीता


आगरा 14 जनवरी। छः वर्षीय जय देव धनगर ने इंटरनेशनल अवार्ड अबेकस मेंटल मैथ जीतकर अपने परिवार तथा देश का गौरव बढ़ाया है। वह अबेकस अवार्ड भी जीत चुका है। जय देव की ड्राइंग बनाने में विशेष रूचि है। जय देव का एक यूटयूब चैनल भी है जिसका नाम है जय देव द आर्टिस्ट। इस चैनल पर वह बच्चों को ड्राइंग सिखाता है। सबसे बड़ी बात यह है जयदेव ने ड्राइंग किसी से सीखी नहीं है। जय देव ने रात-दिन एक करके अपनी इस प्रतिभा को विकसित किया है। 
    जय देव की ड्राइंग की उत्कृष्ट तथा मनमोहक कला को देखते हुए नासिक के एक ख्याति प्राप्त संगठन निर्माण फाउंडेशन ने उसे इंडियन आइडियल अवार्ड 2001 फारएवर बुक रिकार्ड  आफ द ईयर का खिताब दिया है। ड्राइंग बनाने में जय देव गहरी रूचि है। वह उठते-बैठते तथा सोते-जागते ड्राइिंग बनाता रहता है। वह किसी का भी स्केच बना सकता है और वह एक मोटिवेशनल स्पीकर भी है। 
    जय देव विश्वविख्यात ताज नगरी आगरा के बरारा गांव का रहने वाला है। जय देव के दादाजी स्वर्गीय श्री गिराज सिंह बघेल, एडवोकेट पूर्व प्रधान थे। जय देव के दादाजी अपने समय के प्रसिद्ध सामाजिक तथा जागरूक राजनैतिक रहे हैं। वर्ष 1990 में उनका स्वर्गवास हो गया था मगर आज भी लोग उन्हें बड़े ही सम्मान तथा श्रद्धा के साथ याद करते हैं। 
    जय देव के पिता श्री लाखन सिंह धनगर जिन्होंने एमसीए तक शिक्षा प्राप्त की है। पिता ने महज 8 माह की उम्र में अपने बेटे जय देव की विलक्षण कलात्मक प्रतिभा को पहचान लिया था। पिता ने जय देव को स्कूल न पढ़ा कर उसका उज्जवल भविष्य स्वयं के मार्गदर्शन में बनाने की ठानी तो बेटे जय देव ने भी अपने पिता को निराश नहीं कर रहा है। श्री लाखन सिंह धनगर ने अपने अल्प साधनों से अपने गांव में शैक्षिक संस्था श्री गिराराज देवांश एकेडमी की स्थापना की है। इस एकेडमी का ध्येय वाक्य टोटल ब्रेन डेवलमेन्ट है। जय देव धनगर 
श्री गिराज देवांश एकेडमी बरारा आगरा का कक्षा दो का मेधावी छात्र है। 
    देवांस की माताजी श्रीमती जया बघेल एक शिक्षित तथा संस्कारवान महिला है। आपने एम.ए. तक शिक्षा प्राप्त की है। आप अपनी शैक्षिक एकेडमी में प्राइमरी से जूनियर तक के बच्चों को सभी विषय पढ़ाती हैं। 
    जय देव का बड़ा भाई 11 वर्षीय देवांश भी बहुमुखी प्रतिभा का धनी है। इस बालक में विलक्षण तर्क, गणित, कंप्यूटर कोडिंग, प्रोग्रामिंग, पाइथन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तथा आईओटी जैसे कठिन विषयों का समायोजन अविश्वसनीय है। देवांश धनगर पारंपरिक शिक्षा से हटकर अपने पिता द्वारा शिक्षित है। वह कंप्यूटर एवं कोडिंग में अत्यधिक रूचि तथा गहरी समझ रखता है। वह विश्व के मानसपटल पर कोडिंग एवं प्रोग्रामिंग से अपना अद्भुत नया पथ लिख रहा है। यह नन्हा बालक तीव्र, विलक्षण और मेधावी क्षमताओं युक्त स्वयं में एक सुपर कंप्यूटर है। वह भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी का नया आकाश बनाने का जज्बा तथा जुनून रखता है।


- प्रदीपजी पाल, वरिष्ठ पत्रकार 
वाट्सअप 9839423719
www.palworldtimes.com

पाल वर्ल्ड टाइम्स की खबरों को शेयर करें और सोशल मीडिया पर भी फॉलो करना न भूलें।