मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर की पुण्य तिथि द्वारा सर्व-धर्म समभाव तथा  पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया 

मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर की पुण्य तिथि द्वारा सर्व-धर्म समभाव तथा 
पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया 
लखनऊ 13 अगस्त। मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर की पुण्य तिथि के अवसर पर मातुश्री तथा सभी धर्मों के अवतारों-सन्देशवाहकों के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि तथा दीप प्रज्जवलित करके सर्व-धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन आज पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के एल्डिको कालोनी, रायबरेली रोड पर स्थित प्रधान कार्यालय मंे किया गया। इस अवसर पर लखनऊ के भारतीय सेना के दो शहीदों तथा छः दिवंगत समाजसेवियों को भी पुष्पांजलि अर्पित की गयी।  
    प्रसिद्ध कवि सूरज जौनपुरी तथा वरिष्ठ समाजसेवी श्री चन्द्र देव पाल ने मातुश्री तथा प्रभु भक्ति से ओतप्रोत अपने प्रेरणादायी गायन के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रार्थना सभा की अध्यक्षता डा. कोमल पाल, फिजियोथेरिपिस्ट ने की। 
    इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारकर पर्यावरणविद् तथा चिकित्सक डा. चिराग ने सभी को पर्यावरण जागरूकता तथा स्वस्थ जीवन जीने की प्रेरणा दी। उन्होंने इस बोलते हुए कहा कि हमारा जीवन जीवित है इसलिए हमें जीवित अन्न ही खाना चाहिए। यदि हम स्वस्थ रहेंगे तभी हम मातुश्री के विचारों के अनुकूल एक स्वस्थ, सर्व-धर्म समभाव से भरे तथा खुशहाल समाज का निर्माण कर सकते हैं। 
    विश्व एकता के प्रबल समर्थक प्रदीपजी पाल ने इस अवसर पर कहा कि भारत सांस्कृतिक विविधता के कारण एक लघु विश्व का स्वरूप धारण किये हुए हैं। भारत की सांस्कृतिक विविधता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का सन्देश देती है अर्थात सारी वसुधा एक विश्व परिवार है। महान नारी मातुश्री की पुण्य तिथि पर हमें उन्हीं की तरह अपने हृदय को विशाल करके उदारतापूर्वक सारी वसुधा को कुटुम्ब बनाने का संकल्प लेना चाहिए। भारतीय संस्कृति के आदर्श ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम्’’ के विचार में विश्व की समस्याओं का समाधान निहित है।  
    वरिष्ठ समाजसेवी श्री जगजीवन पाल ने कहा कि लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर ने लोक कल्याण की भावना से होलकर साम्राज्य का संचालन हृदय की विशालता, असीम उदारता तथा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर बड़ी ही कुशलतापूर्वक किया। उन्होंने श्रेष्ठ नारी शासिका मातुश्री के जीवन से प्रेरणा लेकर राजनीतिक जागरूकता के लिए युवाओं को आगे आने का आह्वान किया।
    पारिवारिक एकता परिचय के अन्तर्गत वरिष्ठ समाजसेवी श्री अमृत लाल पाल, श्री शिव बालक पाल तथा श्री श्रीराम पाल ने अपने विचार रखे। उन्होंने एक स्वर में कहा कि पारिवारिक एकता ही विश्व एकता की 
आधारशिला है। प्यार तथा सहकार से भरापूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग है। घर से बड़ा कोई तीर्थधाम नहीं है। इन विचारों को हमें घर-घर मंे पहुंचाना है। 
    वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती उमाजी पाल ने कहा कि पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के माध्यम से समाज के सहयोग से विवाह योग्य युवक-युवतियों के उपयुक्त रिश्ते जोड़ने का अनुकरणीय कार्य किया जा रहा है। समाज के अधिक से अधिक लोगों को इस पुनीत कार्य से जुड़कर इसका लाभ उठाना चाहिए। 
    युवा समाजसेवी विश्व पाल ने स्वैच्छिक रक्त दान के लिए युवाओं से आगे आने की अपील की। साथ ही उन्होंने युवाओं को शनिवार 14 अगस्त 2021 को पीजीआई अस्पताल में प्रातः 10.30 बजे से आयोजित होने वाले स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में रक्तदान के लिए आमंत्रित किया। 
    अन्त में डा. कोमल पाल ने महिलाओं को मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर के लोक कल्याणकारी विचारों को घर-घर में पहुंचाने के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने इस पुनीत अभियान में समाज से मिल रहे विश्वास तथा सहयोग के लिए सभी के प्रति हार्दिक धन्यवाद प्रकट किया।
    समापन पर मेरठ से प्रकाशित ‘हरि कमल दर्पण’ साप्ताहिक समाचार पत्र तथा वोटरशिप की लघु पुस्तिका की प्रतियां सभी को सादर भेंट की गयी। 
palworldtimes.com

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