
देश को हाॅकी का स्वर्ण पदक दिलाने वाले कप्तान किशन लाल देश में अनजान है
महू, इंदौर, मध्यप्रदेश 23 जुलाई। वरिष्ठ समाजसेवी श्री राजेन्द्र पाल, महू ने गड़रिया समाज से अपील की है कि देश को लंदन ओलम्पिक 1948 का हाॅकी का स्वर्ण पदक दिलाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान किशन लाल वर्तमान में अपने ही जिले, प्रदेश तथा देश में अनजान है। महू में आज भी उनका घर है जो उपेक्षा का शिकार है। किशन लाल महू में पाल समाज मंे जन्मे थे। लेकिन लगभग 73 सालों में इनको उनके योगदान के लिए कोई यथोचित सम्मान नही मिला है। अतः यदि समाज के जागरूक लोग इस दिशा में कुछ प्रयास कर महू में इनके नाम की सड़क, चैराहा, खेल मैदान को नामांकित करवाने का प्रयास करें तो समाज का नाम महू में होगा।
इंदौर से प्रकाशित प्रमुख दैनिक समाचार पत्र नईदुनिया के 22 जुलाई 2021 के अंक में उनके बारे में विस्तार से लिखा गया है। इसी को आधार मानते हुए हम सरकार से उनके सम्मान में कोई भी स्मृति स्वरूप पहचान उनके जन्म स्थल पर सड़क, चैराहा, खेल मैदान को उनके नाम से घोषित करवाने के लिए प्रयास कर सकते हैं।
palworldtimes.com
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