मा राष्ट्रपति महोदय ने राष्ट्रीय समाज पार्टी के मांग पत्र का लिया संज्ञान और वित्त मंत्रालय को इसे एक पिटीशन के तौर पर देखने के लिए किया आदेशित ।

मित्रो पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्यादेवी होलकर जी की जयंती के उपलक्ष में राष्ट्रीय समाज पक्ष की तरफ भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री , प्रमुख मंत्रीगण तथा राज्यो के मुख्यमंत्रीओ को एक पत्र इस अपेक्षा से की वे जयंती पर पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर युवा समृद्धि योजना रुपये दो हज़ार करोड़ की घोषणा करे तथा आदर्श शासिका पुण्यश्लोक महारानी अहिल्यादेवी होलकर के कृतत्व से अवगत कराते हुए एक पत्र भेजा गया था जिसका संज्ञान लगभग सभी ले रहे है और उसका अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है उसी क्रम में आज भारत के मा राष्ट्रपति महोदय का वित्तमंत्रालय को आदेशित किया हुआ पत्र प्राप्त हुआ ।
मित्रो देश के ऐसे उपेक्षित महानायको को देश की अवाम के समक्ष लाकर उनके कृत्यों को नमन कर उपेक्षित राष्ट्रीय समाज में स्वाभिमान उत्प्पन कर स्वराज्य की स्थापना ही रासपा का लक्ष्य है ।
सेवा में
माननीय राष्ट्रपति जी,
भारत सरकार,
नवी दिल्ली-110011.
विषय : 31 मई को पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्यादेवी होल्कर जयंती के उपलक्ष्य में “रुपये 2000 करोड़ की पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर युवा व्यवसाय समृद्धि योजना” की घोषणा करने हेतु भारत सरकार को आदेशित करने हेतु।
महोदय,
प्रतिवर्ष 31 मई के दिन पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर जयंती बड़ी धूमधाम से पूरे भारतवर्ष में मनाई जाती रही है। परन्तु इस वर्ष
Covid-19 कोरोना वैश्विक महामारी के चलते इसबार राष्ट्रीय समाज अपने अपने घरों में दीये जलाकर जयंती मना रहा है। इस अवसर पर मैं आपसे अपील करना चाहता हूँ कि आप भारत।सरकार को आदेशित करे कि 31 मई को इस विषय पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री जी रुपये 2000 करोड़ की पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर युवा व्यवसाय समृद्धि योजना की घोषणा करे या आनेवाली मन की बात में रुपये 2000 करोड़ की पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर युवा व्यवसाय समृद्धि योजना की घोषणा करते हुए व पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में आपकी तरफ से सच्ची गौरवांजली देते हुए राष्ट्रीय समाज को गौरवान्वित करे।
आपके समक्ष मै पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर की कुछ विशेषताओं को रखना चाहता हूँ।
1) मल्हाररावजी होल्कर, जिन्होंने हिंदवी साम्राज्य को अटक से कटक ले जाने का ऐतिहासिक कारनामा किया था पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर उनकी बहू थी। वर्ष 1754 में कुम्हेर की लड़ाई में पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी के पति खंडेराव मारे गए तथा ससुर के निधन के बाद 28 वर्षो तक पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर ने मालवा साम्राज्य पर राज किया।
2) राजमाता अहिल्यादेवी होल्कर को ‘पुण्यश्लोक’, ‘धर्मपरायण’ एवं ‘आदर्श राज्यशासनकर्ता’ के रूप में पूरे विश्व में जाना जाता है।
3) गुजरात के सोमनाथ मंदिर से लेकर काशी बनारस के बाबा विश्वनाथ धाम के साथ ही साथ उन्होंने मुगल आक्रमकों द्वारा ध्वस्त सहस्त्रों मंदिर, धर्मशाला, कुओं, पथिकसराय एवं नदियों के घाट बनवाए, जिससे सनातन धर्म एवं मंदिर, तीर्थ क्षेत्र सुरक्षित रह पाए।
4) मालवा का शासन संभालते समय वे नित्यप्रति सेना के संचालन में अपनी अंबारी में चार धनुष्य और तूणीर रखती थीं। वे प्रतिदिन जनता की राजसभा (दरबार) बुलाती थीं और उनका कष्ट निवेदन सुनने को सदा तत्पर रहती थीं। वे युद्ध में सेना का नेतृत्व भी स्वयं करती थीं और न्यायदान के लिए बहुत प्रसिद्ध थीं। उनके दरबार मे अयोग्य वर्तन पर उन्होंने अपने पुत्र को हाथी के पैरों तले कुचलने का दंड दिया था, वे इतनी बडी न्यायशील महिला शासनकर्ता थी।
5) पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर का जन्म महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में हुआ था तथा उन्होंने राजपाठ मध्यप्रदेश के मालवा पर किया।भारत देश चौंडी अहमदनगर महाराष्ट्र में सर्वप्रथम पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होळकर की जयंती कार्यक्रम की शुरुवात राष्ट्रनायक महादेव जी जानकर साहब ने माँ साहब के विचारों को सम्पूर्ण देश के समक्ष रखने का महान कार्य किया ।
भारत का पशुपालक भेड़पालक गद्दी, बक्करवाल, ग्वाल, धनगर, पाल, बघेल, गडरिया, गायरी, गाडरी, पूर्बिया, कुरुबा, कुरुमा, कुरुम्बन, कुरुमन, आडइडवन, रबाडी, भरवाड़, मालधारी, देवासी मेषशावक, मेषपालक समाज उन्हें देवी के रूप में अपने अपने घरों में पूजता है।
पुनश्च एकबार आपसे हमारा नम्र निवेदन है कि 31 मई को इस विषय पर देश को संबोधित करते हुए रुपये 2000 करोड़ की पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर युवा व्यवसाय समृद्धि योजना की घोषणा करे या आनेवाली मन की बात में “रुपये 2000 करोड़ की पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी होल्कर युवा व्यवसाय समृद्धि योजना” की घोषणा कर अनुग्रहित करे।
आपका
महादेव जानकर
विधानपरिषद सदस्य,
माजी मंत्री, महाराष्ट्र राज्य,
संस्थापक, राष्ट्रीय समाज पक्ष
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