
हरित प्रणाम,
आप सभी को "विश्व साईकिल दिवस" की हरित शुभकामनाएं। कोविड काल में कोरोना उन्मूलन हेतु सभी को प्रकृति की याद आ रही है। वायुमंडल में बढते प्रदूषण और घटती प्राणवायु (आक्सीजन) का मुख्य कारण विनाशकारी विकास के नाम पर अंधाधुंध वृक्ष कटान ही है। पेड़ ही एकमात्र आक्सीजन बनाने का कारखाना हैं, जो निरंतर कम होते जा रहे हैं। पेड़ कम होने की वजह से सांस भी कम हो रही है और कोरोना जैसा अदृश्य वायरस तबाही मचा रहा है। आज साईकिल दिवस है और पर्यावरण हितैषी वाहन है जो स्वास्थ और आर्थिक हित साधक की भी मुख्य भूमिका निभा रही है।
मित्रो, आज मैने संकल्प ही नहीं लिया है अपितु दृढनिश्चय किया है कि मैं जहां तक संभव हो सकेगा साईकिल की ही सवारी करूंगा, चाहे देश विदेश की पर्यावरण जागरूकता यात्रा हों या दैनिक स्थानीय जागृति कार्यक्रमों में शामिल होना हो। यानी कि पर्यावरण हितैषी वाहन का ही आवागमन हेतु प्रयोग करना संकल्पित किया है, इस प्रयोग से पर्यावरण की रक्षा होने के साथ खर्चा कम होगा और स्वास्थ लाभ भी मिलेगा। आप सभी पर्यावरण प्रेमियों से विनम्र अपील हैं कि साईकिल का इस्तेमाल अधिकतम कीजिए और प्रकृति संरक्षण में योगदान दीजिए।
"जनक्रांति से हरितक्रांति" लाने हेतु "ग्लोबल ग्रीन पीस मिशन" से जुड़िए,
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9312644122, 9412860010
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