रक्तक्रांति फाउंडेशन, गुजरात ने नियमित रक्तदाता विश्व पाल को कोरोना योद्धा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया

लखनऊ 6 जून 2021:ःः युवा समाजसेवी विश्व पाल, लखनऊ को वैश्विक महामारी कोविड-19 के विश्व युद्ध में जन सेवा द्वारा दिये जा रहे अहम योगदान हेतु रक्तक्रांति फाउंडेशन, गुजरात द्वारा ‘‘एक्सीलेन्ट सोशल वर्क अवार्ड 2021’’ से विशेष रूप से सम्मानित किया गया है। युवा समाजसेवी विश्व पाल नियमित रूप से स्वेच्छा से रक्तदान करते रहते हैं। विश्व पाल स्वयं के साहसिक तथा त्यागपूर्ण आचरण के द्वारा देश के युवाओं को समय-समय पर नियमित स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करते रहते हैं। विश्व पाल ने आगामी 14 जून 2021 को विश्व रक्तदान दिवस पर भी देश के युवाओं से स्वैच्छिक रक्तदान करने का निवदेन किया है।
विश्व पाल रक्तपुरक चैरिटेबल फाउंडेशन, थल्लासेमीया इंडियन सोसाइटी तथा यूथ बल्ड डोनेशन सोसाइटी, कुरूक्षेत्र, हरियाणा के भी सक्रिय रक्तदाता है। विश्व पाल न्यूज पोर्टल पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के सह-संचालक है।
रक्तपुरक चैरिटेबल फाउंडेशन, थल्लासेमीया इंडियन सोसाइटी के द्वारा कोविद-19 के नियमों का पालन करते हुए 30 मई 2021 को पीजीआई, लखनऊ में आयोजित शिविर में 35 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया था।
ज्ञातव्य हो कि मातोश्री अहिल्या बाई होल्कर जयन्ती के अवसर पर 31 मई 2021 को युवा समाजसेवी विश्व पाल ने लखनऊ में स्वैच्छिक रक्तदान किया था। विश्व पाल ने विनोद पाल, अध्यक्ष, यूथ बल्ड डोनेशन सोसाइटी, कुरूक्षेत्र, हरियाणा की प्रेरणा से रक्तदान किया है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को प्लाज्मा डोनेट करने के साथ-साथ अनजान लोगों की जिन्दगी बचाने का संकल्प लेकर यह पुनीत कार्य यूथ बल्ड डोनेशन सोसाइटी द्वारा किया जा रहा है। यह सोसाइटी अब तक 500 रक्तदान शिविरों का आयोजन करके 20 हजार यूनिट रक्त और सैकड़ों यूनिट प्लाज्मा जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध करा चुकी है।
विश्व पाल ने बताया कि रक्तदान करने वाले की खुद की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। आतंकवाद, युद्धों जैसे अमानवीय कार्यों के द्वारा बेकसूर लोगों का रक्त बहाने के स्थान पर रक्त को अमूल्य मानव जीवन की नाड़ियों में बहना चाहिए। विश्व पाल पारिवारिक एकता तथा सामाजिक एकता के विचारों द्वारा भारतीय संस्कृति के आदर्श वसुधैव कुटुम्बकम् के विचार को साकार करने के लिए संकल्पित है। विश्व पाल विश्व एकता के प्रबल समर्थक लखनऊ के वरिष्ठ समाजसेवी प्रदीपजी पाल एवं श्रीमती उमाजी पाल के पुत्र है।
Leave a comment
महत्वपूर्ण सूचना -
भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।