
लखनऊ, 28 फरवरी। पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट एवं हरि कमल दर्पण साप्ताहिक के द्वारा रूस-यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए विश्व एकता तथा विश्व शान्ति गोष्ठी का आयोजन लखनऊ में किया गया। गोष्ठी का शुभारम्भ मातुश्री अहिल्या बाई होल्कर व सभी धर्मों के महापुरूषों के चित्रों के समक्ष दीप जलाकर विशेष अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी श्री प्रमोद पाल ने किया। उन्होंने कहा कि युद्ध किसी भी समस्या का समाधान नहीं है अपितु एकता व शान्ति ही एकमात्र विकल्प है।
श्री प्रदीपजी पाल ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए इस अवसर पर कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते वर्तमान वैश्विक उथल-पुथल की विषम परिस्थितियों में राष्ट्र पिता की तरह अब विश्व पिता की आवश्यकता है। मानव जाति को उसे पूरे मनोयोग से समय रहते ढूंढ़कर विश्व सरकार रूपी परिवार के मुखिया का दायित्व सांैपना होगा। यह युगानुकूल कदम यदि हमने अभी नहीं उठाया तो फिर बहुत देर हो सकती है।
आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि अतीत में जैसे हमने प्रथम विश्व युद्ध के चलते लीग आफ नेशन्स बनाया तथा द्वितीय विश्व युद्ध से पीड़ित होकर संयुक्त राष्ट्र संघ का गठन किया था। अब समझदारी से तृतीय विश्व युद्ध होने के पूर्व लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित विश्व सरकार का गठन कर लेना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को शक्ति प्रदान करके विश्व संसद का गठन करना चाहिए। विश्व सुरक्षित होगा तो हमारा देश, हमारा प्रदेश, हमारा जिला, हमारा गांव तथा हमारा घर सुरक्षित रहेगा। यह प्यारा विश्व भी हमारा है पराया नहीं है।
युवा विनय कुमार पाल ने कहा कि जिस प्रकार देश का संचालन देश की संसद, संविधान तथा कानून के द्वारा किया जाता है। उसी तरह विश्व का संचालन विश्व संसद, विश्व सरकार तथा विश्व न्यायालय बनाकर करना चाहिए। युवा विश्व पाल ने कहा कि पारिवारिक एकता ही वसुधैव कुटुम्बकम् की आधारशिला है। श्रीमती नीतू सिंह ने कहा कि शान्ति के लिए विश्व सरकार का गठन इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
वरिष्ठ समाजसेविका श्रीमती उमाजी पाल ने सभी के प्रति हार्दिक आभार प्रगट करते हुए कहा कि प्यार और सहकार से भरा-पूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग है। अन्त में पारिवारिक एकता पम्पलेट-पुस्तक, मोहन धारा दैनिक तथा हरि कमल दर्पण साप्ताहिक की प्रतियां सादर भेंट की गयी।
विश्व पाल, मीडिया प्रभारी
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