
लखनऊ 20 जून। विश्व शरणार्थी दिवस तथा पिता दिवस गोष्ठी का आयोजन पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के प्रधान कार्यालय, एल्डिको, रायबरेली रोड, लखनऊ में कोरोना के निर्देशों का पालन करते हुए आज सफलतापूर्वक आयोजित हुई। यह गोष्ठी भारतीय संस्कृति के आदर्श तथा लोकमाता अहिल्या बाई होलकर के वसुधैव कुटुम्बकम्, सर्व-धर्म समभाव, पारिवारिक एकता, विश्व एकता तथा सार्वभौमिक जय जगत के विचारों को घर-घर तक पहुंचाने के लिए समर्पित थी।
गोष्ठी का शुभारम्भ वसुधैव कुटुम्बकम् की प्रेरणा लोकमाता अहिल्या बाई होलकर तथा सभी महान धर्मों के ईश्वरीय संदेशवाहकों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके हुआ। गोष्ठी का संचालन तथा संयोजन पाल वल्र्ड टाइम्स वेबसाइट के एडीटर इन चीफ श्री प्रदीपजी पाल ने बड़े ही संतुलित तथा कुशलता के साथ किया।
प्रदीप जी ने बताया कि दुनिया में युद्ध या प्रकृति की विभिषिका से लाखों लोगों को शरणार्थी बनने पर मजबूर होना पड़ता है। उनके लिए संयुक्त राष्ट्र हर साल 20 जून को विश्व शरणार्थी दिवस मनाता है। इस मौके पर दुनिया भर में उन शरणार्थियों के साहस को सम्मान दिया जाता है जिन्हें अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया गया था। शरणार्थियों का बनना प्राकृतिक कम और मानवीय समस्या ज्यादा होती है। इस साल कोविड-19 महामारी के दौर में शरणार्थी उपेक्षित से रह गए, लेकिन इस दौर ने सारे विश्व को एक साथ कुटुम्ब की तरह रहने का महत्व भी समझाया है।
इस अवसर पर यश करन पाल ने बताया कि जून महीने का तीसरा रविवार पिता को समर्पित है। हर वर्ष भारत समेत कई देशों में इस दिन पितृ दिवस मनाया जाता है और पिता के प्रति अपने सम्मान को प्रकट किया जाता है। हमारी जिंदगी में हमारे पिता एक पेड़ की छांव की तरह होते हैं। जब भी चिलचिलाती धूप के रूप में परेशानियां हमें सताती हैं तब छांव बनकर हमारे पिता हमें राहत दिलाते हैं।
संगोष्ठी में उपस्थित परिजनों यश करन पाल, राकेश पाल, हरिनाम पाल, श्रीराम पाल को मेरठ उत्तर प्रदेश से प्रकाशित हरि कमल दर्पण, साप्ताहिक समाचार पत्र की प्रतियां भेंट की गयी। साथ ही इसके सदस्य बनने के लिए प्रेरित किया गया।
उल्लेखनीय है कि पाल वल्र्ड टाइम्स न्यूज तथा वैवाहिक वेबसाइट ने अल्प समय में समाज में अपना सम्मानजनक स्थान बना लिया है। इस वेबसाइट के अलावा वाट्सअप, फेसबुक तथा प्रिन्ट मीडिया के द्वारा सामाजिक, पारिवारिक तथा वैवाहिक रिश्ते तलाशने तथा पारिवारिक एकता की उल्लेखनीय सेवायें की जा रही हैं। स्वतंत्र पत्रकारिता के माध्यम से समाज को जोड़ने के इस अभिनव अभियान को आर्थिक सहायता देने के लिए आप इसके सम्मानीय सदस्य, सम्मानीय संरक्षक तथा अपने संस्थान के विज्ञापन देकर इससे जुड़ सकते हैं। समाज के सकारात्मक समाचारों को इस वेबसाइट में विशेष स्थान दिया जाता है।
गोष्ठी के समापन पर श्रीमती उमाजी पाल ने सभी के प्रति धन्यवाद प्रकट किया।
Leave a comment
महत्वपूर्ण सूचना -
भारत सरकार की नई आईटी पॉलिसी के तहत किसी भी विषय/ व्यक्ति विशेष, समुदाय, धर्म तथा देश के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी दंडनीय अपराध है। इस प्रकार की टिप्पणी पर कानूनी कार्रवाई (सजा या अर्थदंड अथवा दोनों) का प्रावधान है। अत: इस फोरम में भेजे गए किसी भी टिप्पणी की जिम्मेदारी पूर्णत: लेखक की होगी।